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Selected: Boards WBBSE Class-10 Physical Science विद्युत चुम्बक्तव

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विद्युत चुम्बक्तव

Very Short Answer Type Questions:-

 

 

1. विद्युत चुम्बकत्व क्या है?

➤ जब विद्युत धारा के कारण चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न होता है, उसे विद्युत चुम्बकत्व कहते हैं।

2. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की खोज किसने की?

➤ फैराडे ने

3. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण किस सिद्धांत पर आधारित है?

➤ फैराडे के विद्युत चुंबकीय प्रेरण के नियमों पर

4. विद्युत धारा से चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होने की खोज किसने की?

➤ ओर्स्टेड ने

5. ओर्स्टेड ने किस वर्ष अपना प्रयोग किया था?

➤ 1820 ई. में

6. मैक्सवेल का नियम किससे संबंधित है?

➤ विद्युत धारा द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की दिशा से

7. मैक्सवेल के दाहिने हाथ के नियम में अंगूठा क्या दर्शाता है?

➤ विद्युत धारा की दिशा

8. विद्युत धारा के कारण उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की दिशा जानने के लिए कौन सा नियम प्रयोग होता है?

➤ मैक्सवेल का दाहिने हाथ का नियम

9. किसी सीधे चालक के चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा कैसी होती है?

➤ वृत्ताकार

10. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं किस दिशा में होती हैं?

➤ उत्तर ध्रुव से दक्षिण ध्रुव की ओर

11. फ्लेमिंग का कौन-सा नियम चुंबकीय क्षेत्र में बल की दिशा बताता है?

➤ बायां हाथ नियम

12. विद्युत मोटर किस सिद्धांत पर कार्य करता है?

➤ फ्लेमिंग के बाएं हाथ नियम पर

13. विद्युत जनित्र किस सिद्धांत पर कार्य करता है?

➤ विद्युत चुंबकीय प्रेरण

 

 

 

14. प्रेरित विद्युत धारा किसे कहते हैं?

➤ जब किसी कुंडली में चुंबकीय फ्लक्स के परिवर्तन से विद्युत धारा उत्पन्न होती है।

 

 

15. चुंबकीय फ्लक्स का मात्रक क्या है?

➤ वेबर (Weber)

 

 

16. चुंबकीय फ्लक्स का सूत्र क्या है?

➤ Φ = B × A

 

17. विद्युत चुंबक में किस धातु की कोर प्रयोग होती है?

➤ मुलायम लोहा

18. विद्युत चुंबक स्थायी चुंबक से किस प्रकार भिन्न होता है?

➤ विद्युत चुंबक में चुंबकत्व केवल धारा प्रवाहित होने पर होता है।

19. किसी चुंबकीय क्षेत्र में स्थिर कुंडली में EMF उत्पन्न होता है क्या?

➤ नहीं

20. फैराडे के कितने नियम होते हैं?

➤ दो

21. फैराडे का पहला नियम क्या बताता है?

➤ चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन से EMF उत्पन्न होता है।

22. फैराडे का दूसरा नियम क्या बताता है?

➤ EMF चुंबकीय फ्लक्स के परिवर्तन की दर पर निर्भर करता है।

23. Lenz का नियम किस सिद्धांत पर आधारित है?

➤ ऊर्जा संरक्षण के सिद्धांत पर

24. प्रेरित धारा की दिशा किस नियम से ज्ञात की जाती है?

➤ लेंज के नियम से

25. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे को क्यों नहीं काटतीं?

➤ क्योंकि किसी स्थान पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा एक ही होती है।

26. बायाँ हाथ नियम में मध्यमा अंगुली किसे दर्शाती है?

➤ विद्युत धारा की दिशा

27. फ्लेमिंग के बाएं हाथ नियम में तर्जनी किसे दर्शाती है?

➤ चुंबकीय क्षेत्र की दिशा

28. विद्युत मोटर का मुख्य कार्य क्या है?

➤ विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलना

29. चुंबकीय क्षेत्र में रखे चालक पर बल किस दिशा में लगता है?

➤ धारा और चुंबकीय क्षेत्र दोनों के लंबरूप

30. Lenz का नियम क्या बताता है?

➤ प्रेरित धारा की दिशा कारण के विरोध में होती है।

31. एक चुंबक को कुंडली की ओर ले जाने पर क्या होता है?

➤ कुंडली में EMF उत्पन्न होता है

32. विद्युत चुम्बक में चुंबकीय बल कब तक रहता है?

➤ जब तक विद्युत धारा प्रवाहित होती है

33. चुंबकीय क्षेत्र की दिशा कैसे पता की जाती है?

➤ मैक्सवेल के नियम द्वारा

34. कुंडली में उत्पन्न EMF का दिशा निर्धारण किससे होता है?

➤ लेंज का नियम

35. विद्युत मोटर में कौन से भाग घूमते हैं?

➤ आर्मेचर (कुंडली)

36. विद्युत जनित्र में कौन-सा भाग घुमाया जाता है?

➤ आर्मेचर (कुंडली)

37. विद्युत धारा के कारण उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र का दिशा निर्धारण किस उपकरण से किया जा सकता है?

➤ चुंबकीय सुई (Magnetic needle)

38. विद्युत चुंबक का एक उदाहरण बताइए।

➤ क्रेन में लोहे को उठाने वाला चुंबक

39. विद्युत चुंबकीय प्रेरण में

 विद्युत धारा कब उत्पन्न होती है?

➤ जब चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन होता है

40. विद्युत मोटर में प्रयुक्त नियम कौन सा है?

➤ फ्लेमिंग का बायां हाथ नियम

 

Short Answer Type Questions:-

1. प्रश्न: चुंबकीय क्षेत्र में किसी धारावाही चालक पर लगने वाले बल की दिशा ज्ञात करने के लिए किस नियम का उपयोग किया जाता है? इस नियम को संक्षेप में समझाइए।

उत्तर: चुंबकीय क्षेत्र में किसी धारावाही चालक पर लगने वाले बल की दिशा ज्ञात करने के लिए फ्लेमिंग के वाम-हस्त नियम (Fleming's Left-Hand Rule) का उपयोग किया जाता है। इस नियम के अनुसार, यदि हम अपने बाएँ हाथ की तर्जनी, मध्यमा और अँगूठे को एक-दूसरे के परस्पर लम्बवत् फैलाएँ, तो यदि तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा और मध्यमा विद्युत धारा की दिशा दर्शाती है, तो अँगूठा चालक पर लगने वाले बल की दिशा दर्शाएगा।

2. प्रश्न: विद्युत मोटर का कार्य सिद्धांत क्या है? यह ऊर्जा के किस रूपांतरण पर आधारित है?

उत्तर: विद्युत मोटर का कार्य सिद्धांत विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव पर आधारित है। जब किसी धारावाही कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो उस पर एक बल आघूर्ण कार्य करता है, जिससे वह घूमने लगती है। यह विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरित करता है।

3. प्रश्न: विद्युत चुंबकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) को परिभाषित करें।

उत्तर: विद्युत चुंबकीय प्रेरण वह घटना है जिसमें किसी बंद परिपथ (जैसे कुंडली) में चुंबकीय फ्लक्स (magnetic flux) के परिवर्तन के कारण विद्युत वाहक बल (EMF) और प्रेरित विद्युत धारा उत्पन्न होती है। फैराडे के नियमों के अनुसार, प्रेरित विद्युत वाहक बल चुंबकीय फ्लक्स के परिवर्तन की दर के समानुपापाती होता है।

4. प्रश्न: लेंज़ का नियम (Lenz's Law) क्या बताता है?

उत्तर: लेंज़ का नियम बताता है कि विद्युत चुंबकीय प्रेरण द्वारा उत्पन्न प्रेरित विद्युत धारा या प्रेरित विद्युत वाहक बल की दिशा हमेशा ऐसी होती है कि वह उस कारण का विरोध करती है जिसके कारण वह स्वयं उत्पन्न हुई है। यह ऊर्जा संरक्षण के सिद्धांत पर आधारित है।

5. प्रश्न: प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current - AC) और दिष्ट धारा (Direct Current - DC) में मुख्य अंतर क्या है?

उत्तर:

 * प्रत्यावर्ती धारा (AC): इसकी दिशा और परिमाण समय के साथ परिवर्तित होते रहते हैं। यह लंबी दूरी तक संचारित की जा सकती है।

 * दिष्ट धारा (DC): इसकी दिशा और परिमाण समय के साथ स्थिर रहते हैं। इसका उपयोग बैटरी चार्ज करने और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को शक्ति देने के लिए किया जाता है।

6. प्रश्न: विद्युत जनित्र (Electric Generator) किस सिद्धांत पर कार्य करता है और यह किस ऊर्जा रूपांतरण पर आधारित है?

उत्तर: विद्युत जनित्र विद्युत चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है। यह एक यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने वाला उपकरण है। जब एक चालक कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाता है, तो उसमें विद्युत वाहक बल और प्रेरित धारा उत्पन्न होती है।

7. प्रश्न: मैक्सवेल का दक्षिण-हस्त अंगुष्ठ नियम (Maxwell's Right-Hand Thumb Rule) क्या दर्शाता है?

उत्तर: मैक्सवेल का दक्षिण-हस्त अंगुष्ठ नियम किसी धारावाही चालक के कारण उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को दर्शाता है। यदि हम अपने दाएँ हाथ में एक धारावाही चालक को इस प्रकार पकड़ें कि अँगूठा विद्युत धारा की दिशा की ओर संकेत करे, तो उंगलियाँ जिस दिशा में मुड़ती हैं, वह चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की दिशा को व्यक्त करती हैं।

8. प्रश्न: बोर्ड ऑफ ट्रेड यूनिट (B.O.T. Unit) क्या है और यह विद्युत ऊर्जा की किस इकाई के बराबर है?

उत्तर: बोर्ड ऑफ ट्रेड यूनिट (B.O.T. Unit) विद्युत ऊर्जा की एक व्यावसायिक इकाई है। एक B.O.T. Unit एक किलोवाट-घंटा (kWh) के बराबर होती है।

9. प्रश्न: रेक्टिफायर (Rectifier) का कार्य क्या है?

उत्तर: रेक्टिफायर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो प्रत्यावर्ती धारा (AC) को दिष्ट धारा (DC) में परिवर्तित करता है। यह ऐसा करके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को आवश्यक दिष्ट धारा प्रदान करता है।

10. प्रश्न: चुंबकीय फ्लक्स (Magnetic Flux) को परिभाषित करें और इसकी SI इकाई लिखें।

उत्तर: चुंबकीय फ्लक्स किसी सतह से लंबवत् गुजरने वाली चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की कुल संख्या का माप है। इसे \Phi = B \times A द्वारा प्रदर्शित किया जाता है, जहाँ B चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता और A क्षेत्रफल है। इसकी SI इकाई वेबर (Weber - Wb) है।

11.प्रश्न: बारलो का चक्का (Barlow's Wheel) क्या है और यह किस सिद्धांत पर कार्य करता है?

उत्तर: बारलो का चक्का एक साधारण उपकरण है जिसका उपयोग किसी धारावाही चालक पर चुंबकीय क्षेत्र द्वारा लगने वाले बल की अवधारणा को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। यह फ्लेमिंग के वाम-हस्त नियम पर आधारित है। जब चक्के के निचले हिस्से से विद्युत धारा प्रवाहित होती है और वह चुंबकीय क्षेत्र में होता है, तो उस पर एक बल लगता है जिससे चक्का घूमने लगता है। यह विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरित करने का एक उदाहरण है।

12. प्रश्न: घरेलू विद्युत परिपथ में 'लाइव वायर', 'न्यूट्रल वायर' और 'अर्थ वायर' के रंगों का उल्लेख करें।

उत्तर:

 * लाइव वायर (Live wire): लाल (Red)

 * न्यूट्रल वायर (Neutral wire): काला (Black)

 * अर्थ वायर (Earth wire): हरा (Green)

13. प्रश्न: भू-संपर्कण (Earthing) क्या है और इसका क्या महत्व है?

उत्तर: भू-संपर्कण वह प्रक्रिया है जिसमें किसी विद्युत उपकरण के धात्विक भाग को एक मोटे तार द्वारा पृथ्वी से जोड़ा जाता है। इसका महत्व यह है कि यदि उपकरण में कोई खराबी आती है और लाइव वायर धात्विक भाग को छूता है, तो विद्युत धारा सीधे पृथ्वी में चली जाती है, जिससे उपकरण छूने वाले व्यक्ति को विद्युत झटके से बचाया जा सकता है। यह शॉर्ट सर्किट और ओवरलोडिंग से भी सुरक्षा प्रदान करता है।

14. प्रश्न: मेन स्विच (Main switch) का क्या कार्य है?

उत्तर: मेन स्विच घर के मुख्य मीटर के पास स्थित होता है। इसका मुख्य कार्य पूरे घरेलू विद्युत परिपथ में विद्युत धारा को चालू (ON) या बंद (OFF) करना है। यह आपातकाल में पूरे घर की विद्युत आपूर्ति को तुरंत बंद करने में सहायक होता है।

15. प्रश्न: MCB (Miniature Circuit Breaker) क्या है और यह कैसे कार्य करता है?

उत्तर: MCB एक सुरक्षा उपकरण है जो लघु परिपथ (short circuit) या ओवरलोडिंग (overloading) की स्थिति में विद्युत आपूर्ति को स्वचालित रूप से बंद कर देता है। यह विद्युत परिपथ में अत्यधिक धारा प्रवाह को रोककर उपकरणों और वायरिंग को नुकसान से बचाता है। इसे फ़्यूज के स्थान पर उपयोग किया जाता है।

16. प्रश्न: घरेलू वायरिंग में विभिन्न उपकरणों को किस क्रम में जोड़ा जाता है और क्यों?

उत्तर: घरेलू वायरिंग में सभी विद्युत उपकरणों को समांतर क्रम (parallel combination) में जोड़ा जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि प्रत्येक उपकरण को समान वोल्टेज (220V) प्राप्त हो सके और यदि एक उपकरण खराब हो जाए या बंद हो जाए, तो अन्य उपकरणों के कार्य पर कोई प्रभाव न पड़े।

17. प्रश्न: फ़्यूज (Fuse) का कार्य सिद्धांत क्या है? घरेलू परिपथ में इसका क्या महत्व है?

उत्तर: फ़्यूज एक सुरक्षा युक्ति है जो कम गलनांक और उच्च प्रतिरोध वाले तार से बनी होती है। जब परिपथ में अत्यधिक धारा प्रवाहित होती है (शॉर्ट सर्किट या ओवरलोडिंग के कारण), तो फ़्यूज का तार गर्म होकर पिघल जाता है और परिपथ को तोड़ देता है। यह महंगा उपकरण को जलने से बचाता है और आग लगने के खतरे को कम करता है।

18. प्रश्न: थ्री-पिन प्लग (Three-Pin Plug) में प्रत्येक पिन का क्या महत्व है?

उत्तर: थ्री-पिन प्लग में तीन पिन होते हैं:

 * ऊपरी मोटा पिन: यह भू-संपर्कण (Earth) के लिए होता है।

 * छोटे पिन (दो): इनमें से एक लाइव (Live) वायर के लिए और दूसरा न्यूट्रल (Neutral) वायर के लिए होता है।

   मोटा पिन पहले संपर्क में आता है और सबसे बाद में निकलता है, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

19. प्रश्न: विद्युत धारा जनित्र (D.C. Generator) का कार्य सिद्धांत क्या है?

उत्तर: D.C. जनित्र विद्युत चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है। यह यांत्रिक ऊर्जा को दिष्ट विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। जब किसी कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाता है, तो उसमें प्रेरित विद्युत वाहक बल उत्पन्न होता है। दिष्ट धारा प्राप्त करने के लिए इसमें दिक्परिवर्तक (commutator) का उपयोग किया जाता है, जो धारा की दिशा को स्थिर रखता है।

20.प्रश्न: एम्पीयर के तैरने का नियम (Ampere's Swimming Rule) क्या है?

उत्तर: एम्पीयर का तैरने का नियम के अनुसार, यदि एक व्यक्ति किसी सीधे चालक में प्रवाहित धारा की दिशा में तैर रहा है, और उसका मुख चुंबकीय सुई की ओर है तो, चुंबकीय सुई का उत्तरी ध्रुव उस दिशा में विक्षेपित होगा जिस दिशा में उस व्यक्ति का बायाँ हाथ है।

21. प्रश्न: मैक्सवेल का दाहिने हाथ का अंगूठा नियम (Maxwell's Right-Hand Thumb Rule) क्या बताता है?

उत्तर: मैक्सवेल का दाहिने हाथ का अंगूठा के नियम के अनुसार, यदि हम अपने दाहिने हाथ में एक धारावाही चालक को इस प्रकार पकड़े कि अंगूठा विद्युत धारा की दिशा को दर्शाए, तो हमारी मुड़ी हुई उंगलियाँ चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की दिशा को व्यक्त करेंगी।

 

                         

 

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